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खूबसूरत मोहब्बत पार्ट-6

खूबसूरत मोहब्बत पार्ट-6




Flashback:-


सोनम थोड़ी देर तक ऐसे ही अधलेटी सी बैठी रहती है!
फिर कुछ देर बाद नेहा उसके पास जूस लाती है और उसे पीने के लिए बोलती है।
सोनम उसके हाथ से वो जूस ले लेती है और पीकर खाली गिलास साइड में रखी टेबल पर रख देती है।

फिर नेहा उसे आज शाम की बातें बताने लगती है!

[जब सोनम बेहोश होने लगती है तभी वो लड़का आता है जो कल रेस्टोरेंट में उसे घूर रहा था!
वो लड़का आकर उन सबको बहुत मारता है बहुत ज्यादा और सोनम को उठा कर अपनी गाड़ी में बैठाता है। दिव्यांक काफी देर तक सोनम को होश में लाने की कोशिश करता है!
जब काफी देर बाद भी सोनम को होश नहीं आता है तो दिव्यांक उसके पर्स में से उसका फ़ोन निकालता है और उसके फिंगर से लॉक खोल कर उसकी बहन को कॉल करता है क्युकी लास्ट कॉल हिस्ट्री में वही नंबर होता है!

दिव्यांक- हैलो आप जल्दी से सिटी हॉस्पिटल आ जाइये मेरे पास टाइम नही है सब बताने का वहां पहुंच कर सब बता दूंगा।

उधर नेहा सिटी हॉस्पिटल का नाम सुन कर घबरा जाती है क्यूंकि ये कॉल उसकी दीदी के नंबर से आया था।

नेहा बिना कुछ सोचे जल्दी से घर से बाहर निकल जाती है और ड्राईवर को बोल कर सिटी हॉस्पिटल में चलने के लिए बोलती है!
और वहां रिसेप्शन पर जाकर सोनम का वार्ड नंबर पूछती है!
फिर दौड़ते हुए 3rd फ्लोर पर जाती है!
वहां वो जाकर जैसे ही दिव्यांक को देखती है तो उसका कॉलर पकड़ कर चिल्लाते हुए कहती है - कहाँ है मेरी दी???? मुझे पता है तुमने ही अपना बदला लेने के लिए दी के साथ ऐसा किया होगा!
दिव्यांक कुछ नहीं बोलता तो नेहा उसको एक थप्पड़ लगाते हुए बोलती है ""आय आस्कड वेयर इज़ माय दी""!
दिव्यांक को भी गुस्सा आ जाता है और वो नेहा का हाथ झटकते हुए सामने के रूम के तरफ इशारा करता है और वहां से आ जाता है!

नेहा दौड़ते हुए रूम के अंदर घुस जाती है और सोनम को बेहोशी की हालत में देखकर रोने लगती है!
तभी डॉक्टर भी वहां आ जाता है और बोलता है "चिंता की कोई बात नही है बस थोड़े स्ट्रेस की वजह से ही बेहोश हुए है इन्हे थोड़ी देर में होश आ जायेगा आप इन्हें घर ले जा सकते है"!!
डॉक्टर ये बोलकर वहां से चला जाता है!
और नेहा एक बार तो सोनम को देखती है फिर अपना फ़ोन निकाल कर घर पे कॉल करती है और पापा को सब कुछ बता देती है और हॉस्पिटल में आने के लिए बोलती है!

थोड़ी देर में ही उनके पापा वहां पहुंच जाते है और सोनम को लेकर वो लोग घर आ जाते है और सोनम को उसके रूम में सुला देते है!
नेहा और उनकी मम्मी वहीं सोनम के पास बैठ जाते है।
और कुछ देर बाद ही सोनम को होश आ जाता है।]

जब सोनम को पता चलता है कि नेहा ने दिव्यांक से ऐसे मिसबिहेव किया तो वो नेहा को बताती है कि दिव्यांक ने ऐसा कुछ भी नही किया बल्कि दिव्यांक ने ही उसे हॉस्पिटल तक पहुंचाया है!!
और वो नेहा को कॉलेज के बाद की सारी बातें बताती है!
नेहा अपने आप में बहुत गिल्ट फील करती है और सोचती है अब मै क्या करूँ मैं तो उसे जानती भी नही ना ही उसके बारे में कुछ पता अब कैसे मैं उस से सॉरी बोलूं!

नेहा- दी आपको उनके बारे में कुछ पता है?
सोनम- नही मुझे उसके बारे में कैसे पता चलेगा....?
नेहा- ओके दी आप रेस्ट करो।

और वो सोनम के रूम से निकल कर अपने कमरे में आ जाती है और अपने आप पर गुस्सा करती रहती है!

एक तो स्कूल में उस लडके से पंगा लिया अब ऊपर से ये दिव्यांक!!!!!उफ्फफ्फ्फ़!!!! नेहा कभी तो कुछ अच्छा काम कर लिया कर।
और यही सब सोचते हुए नेहा सो जाती है।


अगले दिन नेहा उठ कर अपने स्कूल जाती है!
और सोनम को थोड़ा वीकनेस फील होता है इसलिए उसकी मम्मी उसे कॉलेज जाने के लिए मना कर देती है!

उधर नेहा स्कूल में जाती है और जाकर क्लास में बैठ जाती है और सोच रही होती है कैसे मै उस कल वाले लड़के से सॉरी बोलूं जो वो मेरी डांस में भी मदद कर दे।

तभी क्लास टीचर वहां आती है और दिल्ली कम्पटीशन के लिए जिन बच्चो का सिलेक्शन हुआ है उन बच्चो को नीचे ग्राउंड फ्लोर पर जाने के लिए बोलती है।

नेहा भी उठ कर क्लास से बाहर जाती है और बहुत कुछ सोचते हुए ग्राउंड फ्लोर पर पहुंच जाती है।

जब नेहा नीचे जाती है तो वहा पर डांस टीचर उन्हें उसी कल वाले लडके से इंट्रोडस करवाते है!
टीचर- ये है मिस्टर "आर्य चौहान" और ये आपको सिखाएंगे डांस के कुछ  स्टेप्स और डांस कम्पटीशन में स्टेज पर परफॉरमेंस के दौरान लोगो का ध्यान अपनी तरफ कैसे आकर्षित करना है।

आर्य- हेलो एवरीवन.....! तो गाइस मेरा नाम तो सर ने बता ही दिया है और मैं यहाँ क्या करने आया हूँ ये भी बता दिया है!तो मैं आपको बता दूँ मैं अंधा नहीं हूँ ना ही मेरी आँखों में मोतियाबिंद हुआ है! एक दम भला चंगा आपके सामने खड़ा हूँ और आँखें भी 6/6 है!!!!!!

सब लोग ना समझने जैसा एक्सप्रेशन देते हुए आर्य की तरफ सवाल भरी निगाहों से देखते है!

आर्य- कुछ नही गाइस बस मज़ाक करने की एक गन्दी आदत सी है मुझे!
और सब लोग खुल कर हस देते हैं लेकिन नेहा अपनी नज़रें नीची कर लेती है।
कुछ देर ऐसे ही हँसी मज़ाक के बाद उनकी डांस प्रैक्टिस शुरू होती है और बारी बारी से 2-3 बच्चे अपना अपना डांस परफॉर्म करते है!
वहा बैठा आर्य सबका डांस बहुत ही शिद्दत से देखता है!
फिर नेहा का डांस करने का नंबर आता है तो नेहा मन में "जय माता दी" बोल कर आगे बढ़ जाती है!

और "बेजुबान कब से" सांग पर एक बहुत ही अद्भुत परफॉरमेंस देती है।
आर्य जब उसके डांस को देखता है तो बस अपलक देखता ही रह जाता है। सब लोग ताली बजाते है तब आर्य का ध्यान हटता है और वो खुद में ही हँस देता है।



वर्तमान में:-

जैसे ही आदित्य अपने ऑफिस पहुंचता है तो वह अपने टेबल पर रखा लेटर उठा कर पढता है और पढ़ कर उसे बहुत गुस्सा आता है और वो अपने P.A. को कॉल करता है और बोलता है - उस पर नज़र रखना कही न कही तो वो जॉब के लिए अप्लाई करेगी ही! मुझे उसकी पल पल की खबर चाहिए!
उधर से - ओके सर।

( आदित्य जिस दिन सड़क पर नेहा की हेल्प करता है उसी के बाद वो नेहा के बारे में सारी इनफार्मेशन निकलवाता है और जिस कंपनी में वो काम करती है उस कंपनी को डबल पैसे देकर खरीद लेता है अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए वो नेहा को एक मोहरे की तरह यूज़ करना चाहता था!
लेकिन नेहा ने रेसिग्नेशन लेटर देकर उसके सारे मंसूबों पर पानी फेर दिया
नेहा ने उस रात सौरव को कॉल करके बोल दिया था की वो बॉस को उसके रिजाइन की मेल भेज दे!)






नेहा घर पहुँचती है और सीधे अपने रूम में चली जाती है!और हाथ मुँह धोकर बैड पर लेट जाती है क्यूंकि आज वो बहुत जल्दी आ गयी थी!
जब शाम को तन्वी घर आती है तो वो देखती है नेहा काफी देर पहले ही आ चुकी है फिर वो उसके रूम में जाकर उससे नींद से जगाती है!
नेहा उठते हुए आप आ गये दीदी?
तन्वी- हां लेकिन तुझे क्या हुआ आज इतनी जल्दी क्यों आ गयी??
नेहा- कुछ नहीं दीदी बस थोड़ा तबियत ठीक नही लग रही थी इसलिए चली आयी!
तन्वी उसका माथा छूते हुए- क्या हुआ अचानक से सुबह तो एक दम ठीक थी?
नेहा- कुछ नहीं दीदी आप टेंशन मत लो और जाकर चेंज करो मैं अब एकदम ठीक हूँ।आप जल्दी से जाकर चेंज कर के आओ फिर खाना भी तो खाना है मुझे बहुत जोर से भूख लगी है।
तन्वी- ओके तू भी नीचे चल और नेहा को उठा कर नीचे लाती है!
फिर वो लोग सब खाना खा कर अपने अपने रूम में चले जाते है!
नेहा अपने रूम में जाकर साक्षी का दिया हुआ वो कार्ड उठती है और उसका नंबर डायल करती है और ट्रूकॉलर पर साक्षी ""चौहान"" पढ़ कर उसके चेहरे पर एक दर्द उभर आता है।
उधर से 2 रिंग के बाद फ़ोन रिसीव होता है
साक्षी- हेलो कौन?
नेहा- मैं नेहा जिसे आपने आज दिन में अपना कार्ड दिया था!
साक्षी- ओह...हां बोलो नेहा!
नेहा- मुझे तुम्हारी कंपनी में मैनेजर पोस्ट के लिए.......।
साक्षी- येह ओफ़्कौर्स ऑलवेज वेलकम डिअर तुम अभी अप्लाई कर सकती हो मै तुम्हे इनफार्मेशन सेंड कर देती हूँ!

नेहा-थैंक्स ए लॉट।
साक्षी-इट्स माय ड्यूटी नेहा तुम कल आ जाना कंपनी में इंटरव्यू के लिए बाकी सब अच्छा होगा।
नेहा- ओके एंड अगेन थैंक यू और हंस देती है।
साक्षी भी खिलखिला कर हँस देती है।
फिर फ़ोन काट कर नेहा बैड पर लेट जाती है और आर्य चौहान के बारे में सोचने लगती है और उसकी बेवकूफी भरी हरकतों और मज़ाक करने की आदत को सोच कर अपने आप ही उसके होंठों पर स्माइल आ जाती है।
"क्यूं वो पुरानी बातें याद आती हैं,
क्यूं नही उन रंगीन पन्नो कर काली स्याही फेंकी जाती!
बुरे पल तो अतीत के काले पन्ने बन जाते हैं,
खुशी के पल याद बन कर रह जाते हैं!
चाह कर भी वो पल जहन से निकाल ना पाएं,
उन रंगीन पन्नो को तो क्या ही काला कर पाएंगे!!"

यही सच सोचते सोचते ना जाने कब वो गहरी नींद में चली जाती है।

क्रमश:.........🐬🌞

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3 Comments

Sana khan

28-Aug-2021 06:17 PM

Bahoot khubsurat

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Fiza Tanvi

27-Aug-2021 12:08 PM

Jesa nam h vesa ji part h khubsurat

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BhaRti YaDav ✍️

28-Jul-2021 07:45 AM

खूबसूरत मोहब्बत पार्ट-6

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